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TESLA in India :- क्या हो जाएंगी EV कार 50% तक सस्ती ,हो गई Tesla की एंट्री कन्फर्म

हो गई Tesla की भारत मे एंट्री । हुई हालत खराब बाकी Ev कार की

TESLA in India: Doston, आप जानते है की अमरीका मार्केट मे Tesla का बोलबाला है, टेस्ला इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है और आज लगभग हर देश में अपनी कार बेच रही है. कंपनी की इलेक्ट्रिक कारें फीचर्स, परफॉरमेंस और क्वालिटी के मामले में काफी बेहतर होती हैं इसलिए कीमत में महंगी होने के बावजूद हर साल भारी संख्या में टेस्ला कzइलेक्ट्रिक कारें बिक रही हैं. अमेरिका, चीन और यूरोप टेस्ला के इलेक्ट्रिक कारों के सबसे बड़े बाजार है. अब tesla भारत मे भी कदम जमाने जा रही है। आइए बताते है कहा पे होगा tesla का पहला शोरूम और भारतीय मार्केट मे टेसल का प्रभाव

भारत मे Tesla की एंट्री हो गई पक्की (TESLA in India)

टेस्ला के भारतीय बाजार में संभावित पदार्पण को लेकर काफी उत्सुकता है। हाल ही में सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अमेरिकी ईवी दिग्गज 2022 में अपना कदम रोकने  के बाद कथित तौर पर भारत में अपने विस्तार के साथ आगे बढ़ रही है

बता दें कि, टेस्ला लंबे समय से भारत में प्रवेश करने पर विचार कर रही थी, लेकिन हाई इंपोर्ट ड्यूटी के कारण वह पीछे हट गई थी. हालाँकि, हाल ही में सरकार कहाल ही में सरकार की नीति में बदलाव किया गया था. जिसमें 40,000 डॉलर से अधिक कीमत वाली लग्जरी इलेक्ट्रिक कारों पर कस्टम ड्यूटी में 110% से 70% की कटौती  कर दी गई है जिससे टेसल की राह आसान हो गए है इंडिया आने मे ।

मुख्य शहरों मे होने tesla के शोरूम

रिपोर्ट के अनुसार, टेस्ला अपने पहले शोरूम के लिए भारत में दो प्रमुख शहरों दिल्ली और मुंबई को देख  रही है। दिल्ली में कंपनी एरोसिटी (Aerocity) क्षेत्र में स्थान तय कर सकती है, जबकि मुंबई में बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) में शोरूम खोलने की संभावना जताई जा रही है

भारत मे हो जाएंगी EV कार बहुत सस्ती?

भारतीय  बाजार में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) के बढ़ते चलन और परिवहन पर बढ़ते जोर के साथ महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिल रहा है। अभी भारत मे ev कार बहुत महंगी है क्यूंकी बटेरी बनाने मे कंपनी को 70% का खर्च आता है। सरकार ने कई जरूरी कंपोनेंट जैसे कोबाल्ट, लिथियम-आयन बैटरी स्क्रैप, सीसा, जस्ता और 12 अन्य खनिजों पर सीमा शुल्क (BCD) हटा दिया है। ये इंग्रेडिएंट्स बैटरी, सेमीकंडक्टर्स और रिन्यूएबल एनर्जी डिवाइस बनाने के लिए जरूरी हैं। इस कदम से ईवी, स्वच्छ ऊर्जा और इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योगों को कम लागत पर ये कंपोनेंट मिल सकेगी। इसके अलावा, सरकार ने ईवी बैटरियों और मोबाइल फोन बैटरियों के निर्माण में इस्तेमाल होने वाली 35 और 28 आइटम को भी टैक्स फ्री कर दिया है। इसका मतलब है कि कंपनियां अब बिना किसी एक्स्ट्रा टैक्स के इन कंपोनेंट और डिवाइस को आयात कर सकती हैं। साथ मे tesla का भारत मे आना भी ev  मार्केट को फिर से सोचने मे विचार करना पड़ेगा ।

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने साल 2025 का यूनियन बजट पेश किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि लिथियम ऑयन बैटरी पर लगने वाले टैक्स को कम किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिक कार की कीमतों को भी कम किया जाएगा। इसकी वजह से अब EV Cars खरीदने किफायती हो जाएगा। 

 

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