
Mahashivratri 2025:
महाशिवरात्रि(Mahashivratri), जिसका अर्थ है “शिव की विशेष अवम महान रात्रि”, भगवान शिव को समर्पित एक महत्वपूर्ण त्यौहार है। यह त्योहार फाल्गुन (फरवरी-मार्च) में 14वीं रात को प्रतिवर्ष मनाया जाता है। यदि आप Mahashivratri 2025 की बारे मे और ज्यादा जानना चाहते है तो पढिए हमारा विशेष प्रष्ट नीचे ।
महाशिवरात्रि विशेष क्यूँ है ?
1. शिव और पार्वती का विवाह
हमारे पौराणिक कथाओं के अनुसार, महा शिवरात्रि भगवान शिव और देवी पार्वती के दिव्य विवाह का प्रतीक है। लोग इस रात को शिव (शुद्ध चेतना) और शक्ति (दिव्य ऊर्जा) के पवित्र मिलन के रूप में मनाते हैं।
2. शिव का ब्रह्मांडीय नृत्य-तांडव
ऐसा कहा जाता है कि इस रात भगवान शिव ने तांडव किया था, जो ब्रह्मांड की लय का प्रतीक है।
3. शिव का विष पीना (समुद्र मंथन से निकला हुआ)
समुद्र मंथन के दौरान, एक घातक विष निकला। दुनिया को बचाने के लिए भगवान शिव जी ने विष को पी लिया और उसे अपने गले में रख लिया, जिससे उसका गला नीला हो गया।
इससे उन्हें नीलकंठ (नीले गले वाला) नाम मिला। भक्त इस बलिदान के सम्मान में महा शिवरात्रि मनाते हैं।
4. शिव का लिंगम के रूप में प्रकट होना
ऐसा कहा जाता है कि महा शिवरात्रि पर भगवान शिव अनंत ज्योतिर्लिंग के रूप में प्रकट हुए थे, जो अन्य देवताओं, ब्रह्मा और विष्णु पर अपनी श्रेष्ठता प्रदर्शित करता है। इसलिए, भक्त इस दिन शिव लिंगम की पूजा करते हैं।
5. आध्यात्मिक विकास के लिए शुभ रात्रि
महा शिवरात्रि को ध्यान और जागृति के लिए सबसे शक्तिशाली रात मानी जाती है। ऐसा कहते है कि इस रात ब्रह्मांडीय ऊर्जा अपने चरम पर होती है, जो इसे आत्म-चिंतन, आंतरिक शांति और ज्ञानोदय के लिए एक आदर्श समय बनाती है।
महाशिवरात्रि कैसे मनाई जाती है?
उपवास (व्रत): भक्त या तो पूरी तरह से भोजन के बिना या फल और दूध का सेवन करके उपवास रखते हैं।
रात भर की पूजा: लोग ओम नमः शिवाय का जाप करते हैं और शिव मंदिरों में अनुष्ठान करते हैं।
शिवलिंग अभिषेक: शिवलिंग को दूध, शहद, घी, दही और जल से स्नान कराया जाता है|
जागरण: कई भक्त पूरी रात जागते हैं और ध्यान और प्रार्थना करते हैं।
साल 2025 मे महाशिवरात्रि को मनाने की तिथि और समय
महा शिवरात्रि बुधवार, 26 फरवरी को मनाई जाएगी। यह महत्वपूर्ण त्योहार भगवान शिव को समर्पित है और इसे विभिन्न अनुष्ठानों और अनुष्ठानों के साथ मनाया जाता है।
महा शिवरात्रि 2025 के लिए मुख्य समय:
चतुर्दशी तिथि शुरू: 26 फरवरी, 2025, सुबह 11:08 बजे
चतुर्दशी तिथि समाप्त: 27 फरवरी, 2025, सुबह 8:54 बजे
निशिता काल पूजा समय: 27 फरवरी, 2025, सुबह 12:09 बजे से 12:59 बजे तक
शिवरात्रि पारण समय: 27 फरवरी, 2025, सुबह 6:48 बजे से 8:54 बजे तक
ये समय नई दिल्ली, भारत में स्थानीय समय पर आधारित हैं, और आपके विशिष्ट स्थान के आधार पर थोड़ा भिन्न हो सकते हैं।